सर्दी और फ्लू के मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे हमें बार-बार सर्दी-खांसी और बुखार का सामना करना पड़ता है। आधुनिक चिकित्सा में सर्दी और फ्लू के इलाज के लिए कई दवाएं हैं, लेकिन ये केवल लक्षणों से राहत देती हैं, जबकि आयुर्वेद शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर इन बीमारियों से बचाने में मदद करता है। इस लेख में हम सर्दी और फ्लू से बचने के कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों के बारे में जानेंगे। आयुर्वेदिक उपाय: पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के तरीके 1. अदरक और शहद का सेवन अदरक और शहद का मिश्रण सर्दी और खांसी से राहत दिलाने में बेहद असरदार होता है। अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं, वहीं शहद में मौजूद प्राकृतिक एंजाइम इम्युनिटी को मजबूत करते हैं। उपयोग का तरीका: अदरक के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर रोज सुबह खाली पेट लें। इससे सर्दी-खांसी में आराम मिलेगा और गले की खराश भी ठीक होगी। 2. तुलसी और गिलोय का काढ़ा तुलसी और गिलोय दोनों ही आयुर्वेद में विशेष महत्व रखते हैं। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो...
साफ़ और उबला हुआ पानी पिएं: WellHealth Ayurvedic Health Tips के अनुसार स्वास्थ्य लाभ और आवश्यक सुझाव हमारे दैनिक जीवन में पानी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हमारा शरीर 70% पानी से बना है, और शरीर की सभी प्रक्रियाओं के लिए पानी की आवश्यकता होती है। हालाँकि, सिर्फ पानी पीना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि वह पानी साफ़ और सुरक्षित हो। WellHealth Ayurvedic Health Tips के अनुसार, उबला हुआ पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि साफ़ और उबला हुआ पानी पीने के क्या फायदे हैं और इसे अपने दैनिक जीवन में कैसे शामिल किया जा सकता है। साफ़ और उबला हुआ पानी क्यों पीना चाहिए? हमारे आसपास के पर्यावरण में बहुत सी हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्म जीव होते हैं जो पानी को दूषित कर सकते हैं। जब हम बिना उबाला हुआ पानी पीते हैं, तो यह हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकता है, जैसे कि पेट में संक्रमण, दस्त, और उल्टी। इसलिए, आयुर्वेद में उबले हुए पानी को पीने की सलाह दी जाती है। WellHealth Ayurvedic Health Tips च...