सर्दी और फ्लू के मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे हमें बार-बार सर्दी-खांसी और बुखार का सामना करना पड़ता है। आधुनिक चिकित्सा में सर्दी और फ्लू के इलाज के लिए कई दवाएं हैं, लेकिन ये केवल लक्षणों से राहत देती हैं, जबकि आयुर्वेद शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर इन बीमारियों से बचाने में मदद करता है। इस लेख में हम सर्दी और फ्लू से बचने के कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों के बारे में जानेंगे। आयुर्वेदिक उपाय: पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के तरीके 1. अदरक और शहद का सेवन अदरक और शहद का मिश्रण सर्दी और खांसी से राहत दिलाने में बेहद असरदार होता है। अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं, वहीं शहद में मौजूद प्राकृतिक एंजाइम इम्युनिटी को मजबूत करते हैं। उपयोग का तरीका: अदरक के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर रोज सुबह खाली पेट लें। इससे सर्दी-खांसी में आराम मिलेगा और गले की खराश भी ठीक होगी। 2. तुलसी और गिलोय का काढ़ा तुलसी और गिलोय दोनों ही आयुर्वेद में विशेष महत्व रखते हैं। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो...
दांत हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिनकी देखभाल करना आवश्यक है। अगर दांत स्वस्थ नहीं होते, तो केवल खाने-पीने में ही नहीं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी कमी आ सकती है। आजकल दांतों से जुड़ी समस्याएं, जैसे दांतों में दर्द, सड़न, मसूड़ों की सूजन, और पीले दांत, आम होती जा रही हैं। गलत खानपान, असंतुलित जीवनशैली, और दांतों की उचित सफाई न करने से यह समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। दांतों की समस्या सिर्फ मुंह तक सीमित नहीं रहती, यह पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, इन समस्याओं का सही समय पर समाधान करना आवश्यक है। इस लेख में हम कुछ ऐसे चमत्कारी और प्राकृतिक उपायों पर चर्चा करेंगे, जो न केवल दांतों की समस्याओं को दूर करेंगे, बल्कि उन्हें मजबूत और स्वस्थ भी बनाएंगे। इन उपायों से आप बिना किसी साइड इफेक्ट्स के अपने दांतों को दीर्घकालिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं। पेट के रोग (Stomach Disease) में अद्भुत है यह औषधि in hindi पेट की चर्बी (Belly Fat) कम करने के लिए घरेलू उपचार" in Hindi यदि आप भी दांतों की समस्याओं से परेशान हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। आइए जानते है...